प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना: गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं का सहारा

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना: गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं का सहारा

मातृत्व एक अद्भुत अनुभव है, लेकिन यह शारीरिक और भावनात्मक रूप से भी थकाऊ हो सकता है। गर्भावस्था और प्रसव के दौरान, महिलाओं को विशेष देखभाल और पोषण की आवश्यकता होती है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए, भारत सरकार ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) शुरू की है।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) भारत सरकार द्वारा गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए शुरू की गई एक योजना है। इसका उद्देश्य गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के स्वास्थ्य और पोषण की स्थिति में सुधार करना है, खासकर प्रसव पूर्व और प्रसवोत्तर अवधि के दौरान। इस योजना के तहत महिलाओ को आर्थिक सहायता मिलती है, तो दोस्तों इसका लाभ कैसे ले ये जानने क लिए हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढ़े।

योजना का उद्देश्य:

यह योजना गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान कर उनके स्वास्थ्य और पोषण में सुधार लाने का लक्ष्य रखती है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित हैं:

1. मातृ स्वास्थ्य में सुधार:

योजना के तहत मिलने वाली आर्थिक सहायता से महिलाओ को गर्भावस्था और प्रसव के दौरान बेहतर पोषण और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना।
एनीमिया और कम वजन जैसी जटिलताओं को कम करना।
प्रसव पूर्व और प्रसवोत्तर देखभाल को बढ़ावा देना।
मातृ मृत्यु दर में कमी लाना।

2. बाल स्वास्थ्य में सुधार:

जन्म के समय कम वजन वाले शिशुओं (एलबीडब्ल्यू) की संख्या को कम करना।
शिशु मृत्यु दर में कमी लाना।
स्तनपान को बढ़ावा देना।
शिशुओं के समग्र स्वास्थ्य और विकास में सुधार करना।

3. महिला सशक्तिकरण:

महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना।
उन्हें स्वास्थ्य और पोषण के बारे में जागरूक करना।
निर्णय लेने की प्रक्रिया में उनकी भागीदारी को बढ़ावा देना।
लैंगिक समानता को बढ़ावा देना।

4. गरीबी उन्मूलन:

गरीब परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान करना।
मिलने वाली आठीक सहायता से स्वास्थ्य सेवाओं तक उनकी पहुंच में सुधार करना।
उन्हें बेहतर जीवन स्तर प्रदान करने में मदद करना।

5. जनसांख्यिकीय संतुलन:

जन्म दर में सुधार लाना।
लिंग अनुपात में सुधार लाना।
देश की जनसांख्यिकीय प्रोफ़ाइल को बेहतर बनाना।

 

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई): लाभ और पात्रता

लाभ:

गर्भवती महिलाओं को:
पहली बार गर्भवती होने पर 5,000 रुपये की आंशिक राशि।
गर्वावस्था से लेकर प्रसव के बाद तथा स्तनपान कराने तक माताओं को
ये सहायता राशि मिलती हैं

कुल लाभ:

प्रथम प्रसव के लिए: 5000 रुपये
द्वितीय प्रसव के लिए: 5000 रुपये

योजना के अतिरिक्त  लाभ:

मातृ स्वास्थ्य में सुधार: योजना गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को बेहतर पोषण और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करके मातृ स्वास्थ्य में सुधार लाने में मदद करती है।
बाल स्वास्थ्य में सुधार: योजना जन्म के समय कम वजन वाले शिशुओं (एलबीडब्ल्यू) और शिशु मृत्यु दर को कम करके बाल स्वास्थ्य में सुधार लाने में मदद करती है।
महिला सशक्तिकरण: योजना महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाकर और उन्हें स्वास्थ्य और पोषण के बारे में जागरूक करके महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देती है।
गरीबी उन्मूलन: योजना गरीब परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान करके और स्वास्थ्य सेवाओं तक उनकी पहुंच में सुधार करके गरीबी उन्मूलन में मदद करती है।
योजना के बारे में अधिक जानकारी के लिए, आप निम्नलिखित संसाधनों का उपयोग कर सकते हैं:

पात्रता:

भारत की नागरिक होना।
पहला जीवित बच्चा होना।
सरकारी स्वास्थ्य सुविधा में गर्भवती होना और प्रसव कराना।
बैंक खाता होना और आधार से जुड़ा होना।
परिवार की वार्षिक आय 3 लाख रुपये से अधिक नहीं होना।

अतिरिक्त जानकारी:

योजना के तहत लाभार्थियों की पहचान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा की जाती है।
पीएमएमवीवाई के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि प्रसव से तीन महीने पहले है।
यदि कोई महिला योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए पात्र है, तो उसे सभी किश्तें प्राप्त करने का अधिकार है, भले ही वह योजना के तहत पंजीकरण कराने में देरी करे।

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में आवेदन की प्रक्रिया :

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में आवेदन की प्रक्रिया इस प्रकार हैं

चरण 1: आवश्यक दस्तावेज जमा करें

आधार कार्ड
बैंक पासबुक जिसमें बैंक खाता आधार से जुड़ा हो
जन्म प्रमाण पत्र
गर्भावस्था प्रमाण पत्र (सरकारी स्वास्थ्य सुविधा द्वारा जारी)
विवाह प्रमाण पत्र (यदि विवाहित हो)
पति का आधार कार्ड (यदि विवाहित हो)

चरण 2: नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्र या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) पर जाएं

आप अपने क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्र या पीएचसी का पता महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की वेबसाइट https://pmmvy.wcd.gov.in/ पर पा सकते हैं।

चरण 3: आवेदन पत्र भरें

आपको आंगनबाड़ी कार्यकर्ता या पीएचसी स्वास्थ्य कार्यकर्ता द्वारा दिया गया आवेदन पत्र भरना होगा।
आवेदन पत्र में माँगे गए सभी आवश्यक जानकारी सही और पूरी तरह से भरें।

चरण 4: आवश्यक दस्तावेज जमा करें

भरे हुए आवेदन पत्र के साथ, सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करें।
दस्तावेजों की प्रतियों की एक प्रति अपने पास रखें।

चरण 5: आवेदन जमा करें

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता या पीएचसी स्वास्थ्य कार्यकर्ता से आवेदन जमा करने की रसीद प्राप्त करें।

चरण 6: अपनी लाभार्थी स्थिति की जांच करें

आप https://pmmvy.wcd.gov.in/ पर जाकर अपनी लाभार्थी स्थिति ऑनलाइन जांच सकते हैं।
इसके लिए आपको अपना आधार कार्ड नंबर या आवेदन संख्या दर्ज करनी होगी।

महत्वपूर्ण बातें:

पीएमएमवीवाई के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि प्रसव से तीन महीने पहले है।
यदि आप योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए पात्र हैं, तो आपको सभी किश्तें प्राप्त करने का अधिकार है, भले ही आप योजना के तहत पंजीकरण कराने में देरी करें।
यदि आपको आवेदन प्रक्रिया में कोई कठिनाई आ रही है, तो आप अपने नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्र या पीएचसी से संपर्क कर सकते हैं।

 

निष्कर्ष:

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना एक बहुआयामी योजना है जिसका उद्देश्य मातृ और बाल स्वास्थ्य में सुधार, महिला सशक्तिकरण, गरीबी उन्मूलन और जनसांख्यिकीय संतुलन लाना है। यह योजना भारत सरकार द्वारा शुरू की गई कई महत्वपूर्ण सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में से एक है।

NOTE :- दोस्तों यह आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है, अगर आप सरकार द्वारा चलाया जाने वाला  इस योजना का लाभ लेना कहते है तो आप इससे सम्बधीत विभाग से संपर्क के सकते है, और आप इस योजना का लाभ लेने से पहले सभी जानकारी को समझ ले ताकि आपको लाभ लेने में कोई कठिनाई नहीं होगी, और दोस्तों किसी भी तरह के आर्थिक नुकसान की जिम्मेवारी हमारी नहीं होगी। 

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